प्रयास
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चलते चलते दो साल गुसार गए!
जानते नही आगे क्या होगा
इसी हालात में पहले भी थे!
तब भी जाने नही आगे क्या होगा
उन आंखों में सपना नही थे!
अब मैं मेरा सपना उनके आखों में देखने लगा!
उन दिलों में चाहत नही थी!
अब मेरे चाहतें को उन दिलों महसूस करने लगा!
उन दिमाग में विचारों नही थी!
अब मेरे विचारों से उनके विचारों मिलने लगा!
उस जिंदगी में कोई ख्वाहिश नही थी!
अब उन जिंदगी का कहीं सारे तात्पर्य होने लगा!
हम अब जान गएँ हमारी दक्षता!
और पता चल गया हमारा मकसद!
हमें चाहिए उनहे एक विकास!
और उसके लिए हम करते रहेंगे प्रयास!
चलते चलते दो साल गुसार गए!
जानते नही आगे क्या होगा
इसी हालात में पहले भी थे!
तब भी जाने नही आगे क्या होगा
उन आंखों में सपना नही थे!
अब मैं मेरा सपना उनके आखों में देखने लगा!
उन दिलों में चाहत नही थी!
अब मेरे चाहतें को उन दिलों महसूस करने लगा!
उन दिमाग में विचारों नही थी!
अब मेरे विचारों से उनके विचारों मिलने लगा!
उस जिंदगी में कोई ख्वाहिश नही थी!
अब उन जिंदगी का कहीं सारे तात्पर्य होने लगा!
हम अब जान गएँ हमारी दक्षता!
और पता चल गया हमारा मकसद!
हमें चाहिए उनहे एक विकास!
और उसके लिए हम करते रहेंगे प्रयास!
Comments
u r too good.....
i don want to get into hindi matra n anything else but only on emotions u poured in ur wrds :)
True emotions.. beautifully expressed...
haan Gouri jee... sab aap logon ki dhu ke wajad se.....